यूनिटी इंडिया डेस्क: संवाददाता
शेख हसीना को बांग्लादेश में हो रहे बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शनों की वजह से इस्तीफा देना पड़ा। सोमवार को प्रदर्शनकारी ढाका स्थित पीएम आवास में घुस गए। बांग्लादेश में विवादित कोटा सिस्टम के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा था,इस सिस्टम के तहत 1971 में बांग्लादेश की स्वतंत्रता के लिए लड़े गए संग्राम में हिस्सा लेने वालों के रिश्तेदारों को 30% सरकारी नौकरियां दी जाती थीं,छात्रों का कहना है कि इस सिस्टम के जरिए शेख हसीना और उनकी पार्टी अपने वफादारों को फायदा पहुंचाती हैं , पूर्व पीएम इस्तीफा देने के बाद अब सुरक्षित जगह पर चली गई हैं। इससे पहले सेना ने शेख हसीना को इस्तीफा देने के लिए सिर्फ 45 मिनट का समय दिया था, जिसके बाद उन्होंने जल्दबाजी में राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन को अपना इस्तीफा सौंप दिया वहीं, शेख हसीना के पीएम पद से इस्तीफे के बाद हजारों प्रदर्शनकारियों ने उनके सरकारी आवास पर धावा बोल दिया सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो और तस्वीरों में में कई प्रदर्शनकारी उनके आवास से महंगे गिफ्ट और कई तरह के सामान अपने हाथों में लिए हुए नजर आ रहे हैं वहीं, शेख हसीना के पीएम पद से इस्तीफे के बाद गहराई राजनीतिक संकट पर सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल वाकर-उज-जमां का बयान सामने आया है,उन्होंने कहा कि अब अंतरिम सरकार ही देश कि सेना चलाएगी, उन्होंने बताया कि शेख हसीना के इस्तीफे के बाद एक बैठक की गई, जिसमें सेना के साथ चर्चा में मुख्य राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद थे। बांग्लादेश में हुए इस तख्ता पलट के बाद दुनिया भर की लोकतांत्रिक देशों के विशेषज्ञों की प्रतिक्रियाएं तेज हो गई हैं जो चर्चा का विषय बनी है।