अपनी सीरत को नबी की सीरत की तरह बनाना चाहिए- जहांगीर अहमद अजीजी
नवेद आलम
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
दीवान बाजार स्थित ख्वाजा नासिर अली के मकान पर बाद नमाज़ जोहर मीलाद की महफ़िल का आयोजन किया गया। जिसमे मुख्य वक्ता मौलाना जहांगीर अहमद अजीजी ने पैग़म्बरे आज़म हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम की पर बयान किया। उन्होंने बताया कि पैग़म्बरे आज़म हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम जब घर में आते थे तो काम को बांट देते थे ताकि घर में सबका काम हल्का हो जाए और किसी को परेशानी ना हो। मियां बीवी के बीच कैसी मोहब्बत होनी चाहिए इसका भी नमूना उन्होंने पेश किया। हजरत आयशा रज़ी अल्लाह अन्हूमा से मोहब्बत का आलम यह था कि प्याले के जिस तरफ से वह पानी पीती थी आप भी उसी तरफ से पानी पीते थे। सलातो सलाम के गूंज में पैग़म्बरे आज़म हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम के बाल मुबारक (मूए मुबारक) की जियारत कराई गई।
इस मौके पर जीशान साबरी, मोहम्मद अरशद,मुर्तजा हुसैन, नवेद आलम, मोहम्मद शफी, आदिल आमीन, शकील अहमद, अकील अहमद आदि लोग उपस्थित थे