बिहार के राकेश कुमार से फर्जी रिलीज पेपर के नाम पर ऐंठे रुपये, पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
लखनऊ। ऑनलाइन खरीद-बिक्री प्लेटफॉर्म ओएलएक्स पर ट्रक खरीदने का विज्ञापन देखना एक ट्रांसपोर्टर को भारी पड़ गया। जालसाजों ने लखनऊ में ट्रक दिखाकर उसे लोन क्लियर करने के नाम पर झांसे में लिया और 22.16 लाख रुपये की ठगी कर डाली। मामला सामने आने के बाद पुलिस आयुक्त के निर्देश पर बंथरा थाने में तीन आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
बिहार के मधुबनी निवासी ट्रांसपोर्टर राकेश कुमार ने बताया कि उन्होंने ओएलएक्स पर एक ट्रक का विज्ञापन देखा। संपर्क करने पर एक व्यक्ति अमित कुमार से बातचीत हुई, जिसने खुद को बिचौलिया बताया। बातचीत के बाद राकेश को ट्रक दिखाने के लिए लखनऊ बुलाया गया। यहां अमित ने कथित ट्रक मालिक अशोक कुमार और उसके साथी प्रशांत विक्रम सिंह उर्फ आकाश ठाकुर से मिलवाया।आरोपियों ने बताया कि ट्रक पर लोन बाकी है और किस्त न भरने के कारण ट्रक सीज हो चुका है। उन्होंने राकेश को भरोसा दिलाया कि लोन की रकम अदा कर ट्रक खरीदा जा सकता है। भरोसे में आए राकेश ने बिना दस्तावेजों की जांच किए 22,16,600 रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए। बाद में जब उन्होंने दस्तावेजों की सत्यता जांची, तो पता चला कि रिलीज पेपर पूरी तरह फर्जी हैं।पीड़ित की शिकायत पर पुलिस आयुक्त अमरेंद्र सिंह सेंगर के निर्देश पर बंथरा थाने में तीनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इंस्पेक्टर राणा राजेश कुमार सिंह ने बताया कि आरोपियों की तलाश की जा रही है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि गिरोह ने और कितने लोगों को इस तरह निशाना बनाया है।