महाराजगंज

गोरखपुर-बस्ती मंडल से 1577 लोग जायेंगे मुकद्दस हज के सफर पर।



गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।

मुकद्दस हज 2023 के सफर पर गोरखपुर-बस्ती मंडल से 1577 लोग जायेंगे। पिछले साल की तुलना में इस बार गोरखपुर से दुगना लोगों ने हज के लिए आवेदन किया। पिछले साल जिले से 144 लोग हज के सफर पर गए थे इस बार यह संख्या बढ़कर 332 हो गई है। गोरखपुर-बस्ती मंडल से 847 पुरुष व 730 महिलाएं हज पर जाएंगी।
उप्र राज्य हज समिति की लिस्ट के मुताबिक गोरखपुर-बस्ती मंडल के सात जिलों से 1577 आवेदकों को मुकद्दस हज के सफर पर जाने का मौका मिला है। गोरखपुर मंडल से 665 व बस्ती मंडल से 912 आवेदकों का चयन हुआ। गोरखपुर से 141 कवर पर 332, महराजगंज से 75 कवर पर 169, देवरिया से 37 कवर पर 73, कुशीनगर से 49 कवर पर 91, बस्ती से 73 कवर पर 155, संतकबीरनगर से 114 कवर पर 292 व सिद्धार्थनगर से 190 कवर पर 465 आवेदकों का चयन हुआ। सबसे अधिक आवेदक सिद्धार्थनगर व सबसे कम आवेदक देवरिया जिले से हैं।
बताते चलें कि गोरखपुर जिले से वर्ष 2022 में 144, वर्ष 2019 में करीब 397, वर्ष 2018 में 339 लोग मुकद्दस हज के सफर पर गए थे।
यथाशीघ्र स्वास्थ्य जांच करा लें हज यात्री।
उप्र राज्य हज समिति ने सीएमओ को पत्र लिखकर कहा है कि हज यात्रियों को स्वास्थ्य प्रमाणपत्र अप्रैल के पहले पखवाड़े में जमा करना है। इसलिए उनके स्वास्थ्य जांच यथाशीघ्र कर लें। समिति ने शिविर लगाकर स्वास्थ्य जांच करने का अनुरोध किया है।
दीन-ए-इस्लाम में हज फर्ज है।
कारी मोहम्मद अनस रज़वी ने बताया कि हज दीन-ए-इस्लाम का आखिरी फरीजा है जिसे अल्लाह ने सन् 9 हिजरी में फर्ज फरमाया। जो मालदारों पर फर्ज है और वह भी जिंदगी में सिर्फ एक बार। अल्लाह तआला का इरशाद है कि अल्लाह तआला की रजा के लिए लोगों पर हज फर्ज है जो उसकी इस्तिताअत रखे। चयनित हज यात्री हज के तमाम अरकान का अच्छी तरह से अभ्यास कर लें। हज के मौके पर पढ़ी जाने वाले दुआ याद कर लें। हज के सफर पर लिखी गई किताब रफीकुल हरमैन का अध्ययन कर लें।

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