सावन के दूसरे सोमवार को लाखों शिव भक्तों ने किया जलाभिषे
हर हर महादेव के जयकारों से गूंजा पंचमुखी शिव मंदिर इटहिया धाम
नेपाल के त्रिवेणी धाम से जल लेकर पंचमुखी ईटहियां शिव मंदिर पहुंचें श्रद्धालु
महराजगंज:- पंचमुखी शिव मंदिर इटहिया धाम में सावन के दूसरे सोमवार पर 17 तारीख को श्रद्धालु विशेष पूजा अर्चना कर सुख शांति की कामना किया।हर-हर महादेव के जयघोष के साथ गूंजा पंचमुखी शिव मन्दिर। नेपाल के त्रिवेणी धाम संगम से जल लेकर पैदल कांवड़ियों के ईटहियां पंचमुखी शिव मंदिर पहुंचने का सिलसिला चलता रहा। लोगों की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं। मंदिर परिसर के आसपास दुकानें सजी हैं। सुरक्षा कर्मी प्रत्येक हलचल पर नजर रखे हुए हैं। निचलौल क्षेत्र के प्रसिद्ध ईटहिया पंचमुखी शिव मंदिर पर बिहार, नेपाल व दूर दराज से श्रद्धालु जल चढ़ाने पहुंचते हैं। सावन में सोमवार को भीड़ ज्यादा होती है।मेला प्रभारी si अजय कुमार ने बताया कि मेला सुरक्षा व्यवस्था के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है। किसी श्रद्धालु को अशुविधा नहीं होगी।
चंद्रशेखर मिश्र ने कराया था पंचमुखी शिवमंदिर का निर्माण
निचलौल क्षेत्र के ईटहिया का पंचमुखी शिव मंदिर मिनी बाबा धाम के नाम से विख्यात है। इस पंचमुखी शिवलिंग के इतिहास के बारे में पुराणों में कोई उल्लेख नहीं है। लोगों द्वारा सुनाई जाने वाली कहानियों के अनुसार इस पंचमुखी शिवलिंग के प्रादुर्भाव की कहानी निचलौल स्टेट के राजा वृषभसेन से जुड़ी है। वहीं, ईटहिया व डुमरी के बुजुर्ग बताते हैं कि जिस आम की जड़ से पंचमुखी भगवान शिव का प्रादुर्भाव हुआ है। वह अपने आप में एक अनोखा वृक्ष था। बुजुर्गों के अनुसार एक बार एक बंदर उस आम के पेड़ पर चढ़ गया परंतु बहुत प्रयास के बाद भी नीचे नहीं उतर सका। भूख प्यास से उसकी मृत्यु हो गई। जहां बंदर मरा था। वहां हनुमान मंदिर बनाया गया है। आम के वृक्ष गिर जाने के बाद पंचमुखी शिवलिंग पर गड़ौरा निवासी स्वर्गीय चंद्रशेखर मिश्र ने 1968-69 में मंदिर का निर्माण कराया। मंदिर के पुजारी ध्यानगिरी ने कहा कि मंदिर से सटे नेपाल राष्ट्र और बिहार सहित अन्य दूर दराज से आए श्रद्धालु यहां जलाभिषेक और पूजन अर्चन कर मन्नत मांगते हैं। भगवान शिव भक्तों की मुरादें भी पूरी कर देते हैं।
कोट…….
क्षेत्राधिकारी अनिरुद्ध कुमार ने बताया कि मिनी बाबा धाम के नाम से विख्यात पंचमुखी शिवधाम इटहिया मंदिर पर ड्रोन कैमरों व सीसीटीवी कैमरे से श्रद्धालुओं पर नजर रखी जा रही है।सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। कांवड़ियों के ठहराव वाले स्थान पर अतिरिक्त पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है।