विद्यालय में घटिया निर्माण के सम्बन्ध मे प्रधानाध्यापिका ने लिखा पत्र, तस्वीरों कुछ कहती हैं
विद्यालय में घटिया निर्माण के सम्बन्ध मे प्रधानाध्यापिका ने खंड शिक्षा अधिकारी को एक पत्र मे लिखा जिसमे उन्होंने बताया है की
कम्पोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय औरंगाबाद में परफारमेंस ग्रांट से विद्यालय में 19 पैरामीटर से संतृप्त करने हेतु धनराशि शासन से आयी है। ग्राम प्रधान औरंगाबाद द्वारा उक्त धनराशि से विद्यालय में बहुत ही निम्न स्तर का टाइल्स बहुत ही कम मात्रा में सीमेंट डालकर लगाया जा रहा है। जिसके कारण टाइल्स लगाने के दूसरे दिन से ही टाइल्स हिल रहा है। बिना जाली डाले ही ढलाई करवा दी गयी है जिस कारण दीवार व छत में सीलन आ रहा है। परफारमेन्स मोट से विद्यालय में कौन- कौन से कार्य हेतु कितनी धनराशि आयी है। उसकी सूची भी प्रधान जी के द्वारा मुझे नहीं दी जा रही है। दिव्यांग शौचालय का निर्माण भी केवल 9 इंच नींव खोदकर खराब ईट द्वारा किया जा रहा है। मेरी किसी भी बात को प्रधान जी सुन नहीं रहे हैं। अपनी मन मर्जी से सारा कार्य कर रहे हैं। किचन विगत 10 माह से उसका प्लास्टर उखाड़कर छोड़ दिया गया है। जिसके कारण MDM निर्माण में बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
कम्पोजिट विद्यालय औरंगाबाद में इंफ्रास्ट्रक्चर बनाए जाने के नाम पर पैसे उगाही को लेकर बड़े अधिकारियों को जांच बैठाने की जरूरत है, इसमें कहां तक सच्चाई है यह जानना भी आगे जरूरी हो जाता है, वैसे तो तस्वीर कुछ कहते हैं आगे विषय है जांच का उच्च अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद क्या कार्रवाई होती है यह आगे का विषय बना रहेगा।