मुख्य अभियंता कार्यालय कार्य दिवस के 19वें दिन भी ताला बंद।
सत्याग्रही बरसात में भीगते हुए फुटपाथ पर सत्याग्रह करने को विवश।
सेराज अहमद कुरैशी
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
वर्तमान समय में सरकार ने राजस्व को लूटने के लिए भ्रष्टाचार की लूट से आम जन को विमुख करने के लिए भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस का शंखनाद बजाती है जबकि भ्रष्टाचार में जीरो टॉलरेंस पूर्ण रूप में समाहित है।
उपरोक्त तथ्यों की पुष्टि तीसरी आंख मानवाधिकार संगठन द्वारा सीएजी रिपोर्ट आधारित लोक निर्माण विभाग में कारित भ्रष्टाचार के विरुद्ध 789 दिनों से प्रचलित सत्याग्रह संकल्प पर बैठे कार्यालय परिसर से सत्याग्रहियों को जबरन बेदखल किए जाने संबंधी संवैधानिक अधिकारों के उल्लंघन पर शासकीय प्रशासकीय तंत्र की खामोशी जीरो टॉलरेंस की मूल स्थिति को व्यवहारिक रूप में बयां करती नजर आ रही है।
उपरोक्त बातें संगठन के महानगर अध्यक्ष संतोष गुप्ता ने शासकीय प्रशासकीय तंत्र की संवेदनहीन कार्यशैली पर तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कही।
उपरोक्त के क्रम में संगठन के शैलेंद्र कुमार मिश्र राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में भ्रष्टाचार के विरुद्ध प्रचलित अहिंसात्मक सत्याग्रह संकल्प के विरुद्ध पूर्वाग्रह से ग्रसित आरोपी अभियंताओं द्वारा सत्याग्रहियों को कार्यालय के मुख्य द्वार पर ताला बंद कर, कार्यालय परिसर से जबरन बेदखल किया जाना अहिंसात्मक सत्याग्रह संकल्प पर संगठित भ्रष्टाचारियों का कुठाराघात हमला है, जिसके परिणाम स्वरूप वर्तमान शासकीय प्रशासकीय तंत्र की कार्यशैली पर सवालिया निशान उठना लाजमी है।
उक्त के क्रम में रमाकांत पांडे “राजू”प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सत्याग्रह संकल्प व सत्याग्रहियों पर किए जा रहे दोयम दर्जे के व्यवहार पर मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश की चुप्पी भ्रष्टाचारियों के हौसले को बुलंद करती नजर आ रही है।
ऐसे गंभीर मुद्दे को माननीय मुख्यमंत्री द्वारा गंभीरता से संज्ञान में लिया जाना लोकतांत्रिक व्यवस्था के अनुरूप आवश्यक है अन्यथा आने वाले दिनों में गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
सत्याग्रह स्थल सत्याग्रही ध्रुव नारायण सिंह प्रदेश संयोजक, रामचंद्र दुबे जिला मंत्री, शमशेर जमा खान महानगर मंत्री, पवन कुमार गुप्ता जिला अध्यक्ष कुशीनगर, कार्यकारी सदस्य वीरेंद्र कुमार वर्मा, साहेब राम साहनी जिला अध्यक्ष संत कबीर नगर,वीरेंद्र राय, वसीम खान अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।