जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में नवरात्रि के अवसर पर साधक नवरात्र के 9 दिनों तक नौ देवियों की पूजा करते हैं। साथ ही उनके लिए उपवास रखते हैं।
नवरात्र की अष्टमी तिथि और नवमी तिथि का बेहद महत्व है क्योंकि इस दिन भक्त कन्या पूजन करते हैं। ऐसी मान्यता है कि कन्या पूजन से मां दुर्गा प्रसन्न होकर अपने भक्तों के घरों को खुशियों से भर देती हैं।
शारदीय नवरात्र का पर्व भक्त बड़े ही धूमधाम के साथ मनाते हैं। इस बार इस खास त्योहार की शुरुआत 15 अक्टूबर से हुई और इसका समापन 24 अक्टूबर को होगा। ऐसा माना जा रहा है, इस बार नवरात्र बेहद खास है। साधक नवरात्र के 9 दिनों तक नौ देवियों की पूजा करते हैं।
साथ ही उनके लिए उपवास रखते हैं।नवरात्र की अष्टमी तिथि और नवमी तिथि का बेहद महत्व है क्योंकि इस दिन भक्त कन्या पूजन करते हैं। ऐसी मान्यता है कि कन्या पूजन से मां दुर्गा प्रसन्न होकर अपने भक्तों के घरों को खुशियों से भर देती हैं
देवी दुर्गा और भैरव बाबा के प्रति अपनी श्रद्धा और भक्ति जाहिर करने के लिए साधक कन्या पूजन का महत्वपूर्ण अनुष्ठान करते हैं। अपने घरों को साफ करने के बाद। कन्या पूजन के लिए नौ लड़कियों के साथ एक लड़के को आमंत्रित करके भोजन कराया गया साथ ही साथ कन्याओं का पैर धोकर कन्याओं को रोली लगाकर कन्याओं की कलाई पर एक पवित्र धागा बांधकर कन्याओं को खीर, पूड़ी, हलवा, चना आदि भोजन के रूप में खिलाया गया दक्षिणा के रूप में पैसे और समान दिया गया सभी ने आशीर्वाद की दिया इस प्रकार करने से मां दुर्गा प्रसन्न होकर अपने भक्तों के घरों को खुशियों से भर देती हैं जो क्षेत्र मे घर घर इस कार्यक्रम का आयोजन देखने को मिला |
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