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महाराजगंज

उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत अनुदेशको द्वारा नवीन शिक्षा नीति के तहत नियमित किये जाने हेतु मुख्यमंत्री के नाम डीएम को सौंपा ज्ञापन

शम्सतबरेज खान की रिपोर्ट

महराजगंज। उत्तर प्रदेश के जनपद महराजगंज के बेशिक शिक्षा परिषद के उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत अनुदेशको के मौलिक समस्याओं एवं महिला अनुदेशको की मानवीय एवं मूल भूत समस्याओं पर लगातार सरकारी उपेक्षा किए जाने पर अनुदेशको द्वारा मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को जिलाधिकारी महराजगंज अनुनय झा को ज्ञापन सौंपकर नियमित किए जाने के लिए मांग की है। जैसे
1-यह कि शिक्षा अधिकार अधिनियम से नियुक्त अनुदेशक पिछले दश वर्षों से पूर्ण कालिक कार्य करते हुए नौनिहालों का भविष्य सवार रहे है अधिसंख्य अनुदेशको की उम्र 40 वर्ष पार कर चुकी है अतः नवीन शिक्षा नीति के अनुसार हम अनुदेशको को नियमित किया जाय।
2- यह कि नियमिति करण होने पर तत्काल प्रभाव से समान्य कार्य समान वेतन की व्यवस्था लागू की जाय।
3- यह कि नवीनीकरण के नाम पर हम अनुदेशको का अमानवीय शोषण किया जाता है शोषण के कुकृत्य ऐसे है जिसे संवेदन सरकार ही समझ सकती है अतः स्वतः नवीनीकरण व्यवस्था लागू हो।
4- यह कि सरकार द्वारा हम अनुदेशको के विरुद्ध अदालतों में चलाई जा रही समस्त कार्यवाही अविलम्ब वापस लेकर माननीय सर्वोच्च न्यायालय व माननीय उच्चन्यायालय डबल बैंच में पारित निर्णय एवं दिशा निर्देशों एक तत्काल प्रभाव से निस्पादित किया जाय।
5-महिला अनुदेशको का अंतर्जनपदीय स्थानान्तरण प्राथमिकता के आधार पर किया जाय
6- यह कि अत्यंत अल्प मानदेय रुम्ण हो चुके हम अनुदेशकों को
लाभ दिया जाय।
7- या कि हम अनुदेशको के भविष्य एवं आकस्मिक अवश्यकताओं समाजिक एवं आर्थिक सुरक्षा (E.P.F) की गारंटी दिया जाय।
8- यह की तलवार 100 छात्र संख्या का प्रयोग शिक्षको द्वारा अनुदेशको के सम्बन्ध में जान बूझकर किया जा रहा है। ऐसे में शोषण के बचाव में राहत के कार्य का उपाय किया जाय मात्र अनुदेशकों को जिम्मेदार मान कर एकतरफा कार्यवाही न्यायसंगत के विरुद्ध है।
9-यह कि हम अनुदेशकों को 10 संयोगी अवकाश (C. L.) के आलावा कोई छुट्टी नही है जो कि मानवाधिकारों के विरुद्ध है अतः अनुदेशकों को भी शिक्षको की तरह ही आकष्मिक अवकाश, बाल देख-भाल अवकाश (C.C.L.) एवं मातृत्व अवकाश दिया जाय।
10- यह कि अतयंत अल्प मानदेय एवं संक्रीण समाजिक स्थीति के कारण हम अनुदेशक मानवीय गरिमा के अनुकूल समान्य जीवन चर्या से ताल-मेल नही बना पा रहे हैं। परिणामस्वरूप कार्यस्थलों पर शोषण एवं असहजता से अवसाद की स्थिति उत्पन्न होती रहती है अतः अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम के आलोक में बच्ची के गुणवक्तापूर्ण शिक्षा के अधिकारों के परिवर्तन के लिए हम अनुदेशको की उपरोक्त
समस्याओं का त्वरित निस्तारण हो। अनुदेशको ने बताया कि अगर हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो हम सभी अनुदेशक दिनांक 27/12/2023 से प्रदेश व्यापी अनिश्चितकालीन सत्याग्रह करने के लिए बाध्य होंगे। इस दौरान शिवेन्दर कुमार टाइगर जिला अध्यक्ष महराजगंज परिषदीय अनुदेशक कल्याण एसोसिएशन महराजगंज उत्तर प्रदेश के साथ , सुनील कुमार वर्मा, ध्रुप कुमार चौरसिया, सूर्य प्रकाश नगर, दिलीप कुमार चौरसिया आदि के साथ दर्जनों अनुदेशक उपस्थित रहे।

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