कौमो मिल्लत व वतन की खिदमत करना हमारी सांझा जिम्मेदारी- सैयद हसन अस्करी
मिशन की तमाम शाखाओं को मुस्लिम समाज मे एजुकेशन के प्रति जागृत्ता बढ़ाने और जमीन पर काम करने का किया आहवान।
सूरत, गुजरात।
मोहसिने आज़म मिशन के पूरे भारत की तमाम शाखाओं के जिम्मेदारों का राष्ट्रीय महा अधिवेशन सूरत में आयोजित हुआ जिस में पूरे भारत भर से कार्यकर्ताओं का एक सैलाब गुजरात के सूरत शहर में उमड़ा।
इस राष्ट्रीय महा अधिवेशन में मिशन की पूरे भारत की शाखाओ ने हाजरी दी, खास कर गुजरात महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड,छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल,कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना इन राज्यो से कुल 88 ब्रांचचीस के जिम्मदार कार्यकर्ताओं ने हाजरी दी
अधिवेशन की शुरुआत कुरान शरीफ की पंक्तियों के पठन के साथ कि गयी उसके नात शरीफ पढ़ी गई।
मिशन के परचम को लहराने के बाद बरोड़ा गुजरात के हाजी अब्दुल हमीद ने तराना पढ़ कर इस महाधिवेशन को मोहसिने आज़म मिशन के ऑल इंडिया सदर हाजी इब्राहिम भाई वडिया वाला साहब की सदारत में विचार विर्मश के लिये मंच को खोला गया
ऑल इंडिया जनरल सेक्रेटरी हाजी मुनीरएहमद वोरा ने अधिवेशन का एजन्डा बताया और फ़िर गुजरात प्रदेश के निगरान हाजी मक़बूलभाई नबीपुर साहब की मौजूदगी में मिशन के पूरे भारत से आये हुवे जिम्मेदारों ने अपने अपने सूचन को कार्यकर्ताओं के सामने रखा। जिनमें, बेल्लारी से आये हुवे मौलाना एहमद अशरफी साहब, ताड़पत्रि से आये हुवे सैयद दादापीर, लखनऊ से मौलाना ऎनुल हक़ साहब, जबलपुर से जैनुल आबेदीन अशरफी, रायपुर छत्तीसगढ़ से एडवोकेट आरिफ़ भाई, जलालपुर से मोहम्मद जलाली, ओमान कतार से हाजी इक़बाल खालक साहब, डिसा से तारिक़ सोलंकी, अमदावाद से वाइस प्रेसिडेंट जुनेद लाखानी, मुन्दगोड़ जानब सालिम शेख, सूरत से मोहसीन भाई टुंबी साहब, हुबली सईद शाह साहब, सूरत के अस्वद भाई, वड़ोदरा के सैयद आसिफ़ बापू, नागपुर से तनवीर सादि साहब, गाड़रवाड़ा नौसाद अशरफ़ी, लेहसुई कोतमा से सैफ़ अली अशरफ़ी, धोलका से एडवोकेट मुस्ताकभाई शेख, महबूबनगर तेलंगाना से ताहिर अशरफ़ी और मिशन सेन्ट्रल के मेम्बर तारिक़ बांडी ने मिशन के कार्यकरो से समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझते हुवे मिशन के संस्थापक के विजन को लोगो तक पोहचाने और उसे पूरा करने के लिये जमीन पर काम करने का आहवान किया,
अधिवेशन में गुजरात और दूसरे अन्य राज्यो से आये हुवे मिशन के जिम्मेदारों ने अपनी अपनी बात रखी और मिशन को बेहतर तरीके से किस तरह काम कर सकता है उस पर अपनी राय दी।
इस महा अधिवेशन को 3 चरण में चलाया गया
अधिवेशन के आखरी चरण में मोहसिने आज़म मिशन के संस्थापक सैयद हसन अस्करी साहब ने अपने विचार रखते हुवे बताया की कौमो मिल्लत और वतन की खिदमत करना हम सब की साँजा जिम्मेदारी है,समाज के गरीब जरूरतमंद तबके को ऊपर लाने के लिये प्रयत्नशील रहने और खास कर मुस्लिम समाज मे शिक्षा के प्रति जागृति लाने और उसकी मदद से समाज मे बदलाव लाने की कोशिशों में लग जाने पर ज़ोर देते हुवे मिशन के जिम्मेदारों से अपील की…उन्होंने अपने प्रवचन में शिक्षा पर भार देते हुवे मिशन की तरफसे भविष्य में एजुकेशन प्रोजेक्ट को लागू करने की बात की जिस पर तमाम मिशन के जिम्मेदारों ने अमल करने का भरोसा जताया। सैयद हसन अस्करी साहब ने मिशन की विविध सेवाओ की तारीफ कर कार्य कर्ताओ का हौसला बढ़ाया। मिशन की सेवाओं में विशेष रूप से अशरफी टिफिन सर्वीस ,अस्करी रोजगार सर्वीस, लीगल सर्वीस, महिला विंग्स और दूसरे कई अन्य सर्विस है जो काम कर रही है।
नये जोश नये उमंग के साथ तमाम मिशन की शाखाये ज्यादा काम करेगी ऐसी उम्मीद और भरोसा मिशन के संस्थापक ने जताया। मोहसिने आज़म मिशन के ऑल इंडिया प्रमुख और गुजरात प्रदेश के निगरान का उनकी सेवाओ का संज्ञान लेते हूवे सन्मान किया गया
मिशन की सूरत टीम को इस महा अधिवेशन को सफल तरीके से आयोजित करने पर सेंट्रल कमेटी ने बधाई दी
मिशन की 8 शाखाओं को उनकी विशेष सेवाओ के लिये अवॉर्ड दिये गये और दूसरी तमाम शाखाओं को प्रेरक पुरस्कार दिये गये
समग्र अधिवेशन को प्रभावित तरीके से मौलाना सज्जाद अशरफी सूरत और मौलाना कमरुद्दीन साहब पादरा ने संचालित किया
इस ऐतिहासिक महा अधिवेशन की अंतिम कड़ी के रूप में मिशन सूरत के प्रमुख अब्दुल वहाब अशरफी ने तमाम आने वालों का आभार प्रकट करते हुवे प्रसन्नता जताई और इसे कामियाब बनाने पर सभी कार्यकर्ताओ अभिनंदन दिये।