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बाबा साहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय

बीबीएयू : सात दिवसीय एनएसएस शिविर का समापन शिविर में स्वयंसेवक गांव में जाकर लोगों को जागरूक किया

स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, महिला हिंसा आदि मुद्दों पर जागरूकता रैली निकाली

लखनऊ। रविवार को बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय दिन-रात्रि शिविर का समापन हुआ।शिविर में स्वयंसेवक गांव में जाकर लोगों को जागरूक किया।इन सात दिनों में स्वयंसेवक स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, महिला हिंसा आदि मुद्दों पर जागरूकता रैली भी निकाली।समापन के अवसर पर कुलपति प्रो.संजय सिंह ने एनएसएस समन्वयक,सभी स्वयं सेवकों और एनएसएस कार्यक्रमाधिकरियों को शुभकामनायें दी।शिविर के अंतिम दिवस पर अतिथि के रूप में स्थानीय पार्षद प्रमोद यादव शामिल हुए।उन्होंने स्वयं सेवकों की प्रशंसा की।शिविर में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले स्वयं सेवकों को प्रशस्ति प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।डॉ.अबुल कलाम आजाद अकादमी के सचिव डॉ.ए.के.हाशमी उर्फ़ भाई जी ने अभी तक एनएसएस द्वारा किए गए कार्यों के बारे में जानकारी साझा की।राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ. पवन चौरसिया ने कहा कि सात दिवसीय स्पेशल कैंप में स्वयं सेवकों का कार्य सराहनीय रहा।उन्होने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवक निश्चित ही देश में अपना बड़ा योगदान देंगे।उन्होंने एनएसएस के महत्त्व पर भी प्रकाश दिया।मंच का संचालन कार्यक्रमाधिकारी डॉ.अर्पित शैलेष ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सूचना विज्ञान और प्रौद्योगिकी के संकायाध्यक्ष प्रो.एम. पी. सिंह ने कहा कि ‘बाबा साहेब के कोट शिक्षा वह शेरनी का दूध है, जो जितना पियेगा वो उतना दहड़ेगा’ का जिक्र किया और सावित्री बाई फुले के योगदान पर चर्चा की।उन्होंने कहा कि एनएसएस और एनसीसी के सदस्य देश के हीरो के रूप में कार्य कर रहें है।डॉ. प्रणव आनंद, डॉ. मीना,डॉ. नरेंद्र सिंह,स्वयं सेवक वितुल कन्नौजिया, विनीत, ख़ुशी,भास्वती गोगोई, स्नेहा, सिद्धांत, सौरभ आदि मौजूद रहे।

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