मुख्य चिकित्सा अधिकारी- महराजगंज के सहयोग से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र , फरेंदा, महराजगंज के प्रांगण में आज दिनांक 7 जून 2024 दिन शुक्रवार को प्रातः 10:00 बजे से शाम 3:00 बजे तक
हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल एवं शोध संस्थान, गीता वाटिका, गोरखपुर द्वारा नि:शुल्क कैंसर की प्राथमिक जांच एवं प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया शिविर में दिखाने एवं परामर्श लेने आए 127 लोग शामिल थे, जिन्हें कैंसर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. सी. पी. अवस्थी ने बारी बारी से हर एक का मूल्यांकन, कैंसर संबंधित लक्षण की जांच कर उचित परामर्श दिया। शिविर में दिखाने आए मरीजों को उचित निशुल्क दवाई भी दी गई।
कैंसर जागरूकता अभियान के तहत इस स्वास्थ्य केंद्र में आए सभी लोगों को बुलाकर भारत में तेजी से बढ़ रहे कैंसर के लक्षण का प्रशिक्षण तथा इलाज के बारे में जानकारी दी गई कि कैंसर के उपचार के लिए शुरुआती पहचान जरूरी है। अज्ञानता, भय और सामाजिक कलंक के कारण कई लोगों को स्टेज III या IV कैंसर हो जाता है जिसके लिए सर्जरी और व्यापक उपचार की आवश्यकता होती है। अगर सही समय पर कैंसर की पहचान कर समय पर उसका उपचार शुरू कर दिया जाए, तो कैंसर ठीक हो जाता है। अगर कैंसर हो भी जाए तो भी घबराना नहीं चाहिए बल्कि सही समय पर कैंसर की पहचान कर कैंसर के चिकित्सक से उसका उपचार शुरू कर दिया जाए, तो कैंसर ठीक हो जाता है नहीं तो यह लाइलाज हो जाता है। इन्हें बताया गया कि कैंसर से बचाव के लिए लोग सिगरेट, पान मसाला, गुटका आदि का सेवन एकदम न करें क्योंकि बचाव ही कैंसर का सबसे अच्छा इलाज है। आज बहुत से लोग, जिनमें सभी उम्र के पुरुष और महिलाएं दोनों शामिल हैं, गुटका, सिगरेट, पान, सुपारी आदि के माध्यम से तंबाकू के आदी हैं, जिससे उन्हें मौखिक रोगों का खतरा होता है और उनमें कैंसर की आशंका होती है। मौखिक सबम्यूकोस फाइब्रोसिस, धूम्रपान करने वालों का तालु और ल्यूकोलप्लाकिया सबसे आम मौखिक पूर्व कैंसर के लक्षण हैं, जो अगर हम इन आदतों को नहीं छोड़ते हैं और प्रारंभिक चरण में उपचार नहीं करते हैं तो यह लाइलाज स्थिति की ओर बढ़ता रहता है।
सभी लोगो को कैंसर से संबंधित पत्रक, विवरण पुस्तिका, फ्लिपबुक, पोस्टर, लीफलेट/चित्रों के साथ पैम्फलेट आदि वितरित किया गया ताकि वे अपने क्षेत्र में कार्यक्रम आयोजित कर और लोगो को कैंसर के बारे मे जागरुक कर सकें।
शिविर में चिकित्सा अधीक्षक डॉ. महेंद्र प्रसाद सोनकर, डॉ. राकेश श्रीवास्तव, अजय श्रीवास्तव, केशव शुक्ला, सत्यवती तिवारी, प्रमोद पाण्डेय, नारद मुनि, सोनी पासवान, सुनील मिश्रा, अंकित पाण्डेय, स्वास्थ्य केन्द्र के डॉक्टर एवं कर्मचारियों आदि का कार्य उल्लेखनीय रहा।